उत्तर प्रदेश बदायूँ/बिसौली-:एक और केंद्र व प्रदेश सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए करोड़ो रूपये खर्च कर रही है तो वही डॉक्टरों की अनुपस्थिति स्थानीय प्रशासन की कारगुजारी पर भी सवाल उठता है। प्रशासनिक अधिकारी भी उतने ही दोषी हैं जितने की गैरहाजिर डॉक्टर।
गुरुवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की ओपीडी के लिए लगभग 300 लोगों ने पर्चे बनवाएं लेकिन डॉक्टर नदारत थे। डाक्टर की सीट पर बैठकर स्टाफ नर्स विजय ने मरीजों को देखा। विडमना यह है कि सामुदायिक केंद्र पर डॉक्टर अपनी मर्जी से आते हैं और छुट्टी होने से पहले ही खिसक जाते हैं। इससे कई बार इलाज के लिए आने वालों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
रिपोर्ट-आईएम खान बिसौली