उत्तर प्रदेश, बदायूं/दहगवां-: राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत मुख्य चिकित्सा अधिकारी के आदेशानुसार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र दहगवां में छोटे बच्चों की गृह आधारित देखभाल के पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के चतुर्थ बैच के समापन पर चिकित्सा अधीक्षक डॉ पियूष सिंह यादव एवं राज्य प्रशिक्षक अमित कुमार सिंह तोमर ने प्रमाण पत्र वितरित किए। प्रमाण पत्र वितरित करते हुए राज्य प्रशिक्षक अमित कुमार सिंह तोमर ने कहा कि आरंभिक बाल विकास की अवस्थाओं का आंकलन कर परिवार को लालन पालन की सलाह दे सकेंगी आशा और आंगनवाड़ी। श्री तोमर ने कहा कि बालक एवं बालिका में वृद्धि और विकास का मापदंड बजन, लंबाई एवं ऊंचाई है आशा अव मां एवं देखभाल कर्ता को बच्चों की वृद्धि के बारे में होने वाले परिवर्तनों की सलाह दे सकेंगी इसे ही वृद्धि निगरानी कहते हैं। उन्होंने मातृ एवं बाल सुरक्षा कार्ड में बालक और बालिका में वृद्धि को दर्ज करने का अभ्यास चार समूह में कराया। इससे पूर्व प्रार्थना के उपरांत दोहराव द्वितीय समूह ने किया। पांच दिवसीय प्रशिक्षण में छोटे बच्चों की गृह आधारित देखभाल कार्यक्रम में आशा, आंगनबाड़ी, आशा संगिनी एवं एएनएम की भूमिका और उत्तरदायित्व को भी समझाया गया। गृह भ्रमण की योजना, जल स्वच्छता एवं व्यक्तिगत साफ सफाई, पोषण, मातृ एवं बाल सुरक्षा कार्ड, एचबीवाईसी कार्ड भरना, कार्यक्रम की मासिक प्रगति रिपोर्ट आदि पर चर्चा कर अभ्यास कराया गया। राज्य प्रशिक्षक अमित कुमार सिंह तोमर, डॉक्टर वी के जौहरी एवं देवदत्त सिंह ने परिवार नियोजन, बीमार बच्चों का प्रबंधन की जानकारी दी। अंत में प्रशिक्षण पश्चात मूल्यांकन कराते हुए परिणाम तैयार कर प्रमाण पत्र वितरित किए गए। बीसीपीएम नरेंद्र कुमार शर्मा ने अन्य जानकारी दी।
रिपोर्ट- अन्शुल गुप्ता, दहगवां।